Probiotic Foods : आजकल लोग अपने पेट की सेहत को लेकर जागरूक हो रहे हैं। प्रोबायोटिक दही, ड्रिंक या कैप्सूल के बारे में तो सभी ने सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उन अच्छे बैक्टीरिया को मजबूत बनाए रखने के लिए उन्हें खाना भी चाहिए? यही काम प्रीबायोटिक्स करते हैं! प्रीबायोटिक्स दरअसल प्राकृतिक फाइबर होते हैं जो हमारे शरीर में पचते नहीं हैं, बल्कि सीधे आंतों में जाकर अच्छे बैक्टीरिया को भोजन प्रदान करते हैं, जिससे वे बढ़ते हैं और हमारा पेट स्वस्थ रहता है।
इससे पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है, रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है और पेट संबंधी बीमारियों से राहत मिलती है। खास बात यह है कि प्रीबायोटिक्स किसी दवा में नहीं होते बल्कि प्याज, सेब, ओट्स जैसे रोजाना के खाने में छिपे खजाने की तरह होते हैं। इसलिए स्वस्थ पेट के लिए प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थों को नज़रअंदाज़ न करें!
5 प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थ जो पेट को स्वस्थ रखते हैं
1. प्याज
प्याज में इनुलिन और फ्रुक्टूलिगोसेकेराइड्स (FOS) होते हैं, जो पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। चाहे कच्चा खाया जाए, सब्ज़ियों में डाला जाए या तला हुआ, प्याज खाने से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है और शरीर को अच्छा पोषण मिलता है।
2. सेब
सेब में पेक्टिन नामक फाइबर होता है, जो प्रीबायोटिक की तरह काम करता है। यह पेट के अंदर ब्यूटिरेट नामक फैटी एसिड को बढ़ाता है, जो आंतों को स्वस्थ रखता है। सेब को छिलके सहित खाएं, इससे फाइबर अधिक मिलेगा। आप इसे स्नैक्स, सलाद या डेसर्ट में डालकर खा सकते हैं।
3. ओट्स
ओट्स में बीटा-ग्लूकेन और रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जो प्रीबायोटिक्स की तरह काम करता है। रोजाना ओट्स खाने से पेट में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया को भोजन मिलता है, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है और शुगर लेवल भी ठीक रहता है। ओट्स को दलिया, ओवरनाइट ओट्स या स्मूदी में डालकर खाएं।
4. केला
थोड़ा कच्चा या हरा केला रेसिस्टेंट स्टार्च से भरपूर होता है। यह स्टार्च बिना पचाए आंतों में पहुंच जाता है और अच्छे बैक्टीरिया को भोजन प्रदान करता है। हरे केले को सलाद में कच्चा खाया जा सकता है या करी और चिप्स बनाकर भी खाया जा सकता है।
5. लहसुन
लहसुन में भी प्रीबायोटिक्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इसमें इनुलिन नामक फाइबर होता है, जो पेट में मौजूद स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ाता है। इसमें सल्फर भी होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कच्चा या हल्का पका हुआ लहसुन ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। इसे सूप, चटनी या सलाद में मिलाएँ।
प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थ खाएँ और अपने पेट को स्वस्थ रखें
अगर आप दवाइयों या सप्लीमेंट पर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं, तो अपने रोज़ाना के खाने में इन प्रीबायोटिक खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इससे आपका पेट स्वस्थ रहेगा और आपका शरीर भी मज़बूत बनेगा।