EV Vehicle : EV गाड़ी के लिए ले रहे हैं इंश्योरेंस से पहले 5 बातों का रखें ध्यान.

क्या आप भी अपनी इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) के लिए इंश्योरेंस ले रहे हैं? अगर आप कुछ बातों का ध्यान रखेंगे तो कभी परेशान नहीं होंगे। जैसे-जैसे भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) की मांग बढ़ रही है, वैसे-वैसे EV इंश्योरेंस (insurance) की डिमांड भी तेजी से बढ़ी है। Policybazaar के आंकड़ों के मुताबिक EV इंश्योरेंस की सेल पिछले तीन सालों में 16 गुना बढ़ी है। FY23 में EV इंश्योरेंस का हिस्सा सिर्फ 0.50% था, जो FY25 में बढ़कर 8.2% हो गया है। मार्च 2025 तक इसके 14% तक पहुंचने की उम्मीद है।

EV टू-व्हीलर्स में भी तेजी

यह ट्रेंड सिर्फ कारों तक सीमित नहीं है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स में भी इंश्योरेंस तेजी से बढ़ा है। Policybazaar के मुताबिक EV दोपहिया वाहनों की इंश्योरेंस बुकिंग हर साल दोगुनी हो रही है। पिछले साल 10,000 पॉलिसियां बिकीं थीं, जो इस साल 20,000 हो गई हैं। इनमें से 98-99% इंश्योरेंस इलेक्ट्रिक स्कूटरों के लिए हुआ है।

शहरों में ज्यादा इंश्योरेंस

EV इंश्योरेंस की मांग शहरी इलाकों में ज्यादा है। दिल्ली-NCR, बेंगलुरु, पुणे, चेन्नई और मुंबई जैसे शहरों से 55% EV इंश्योरेंस पॉलिसियां खरीदी गईं। टियर-1 शहरों से कुल 58% पॉलिसियां आई हैं, जिससे साफ है कि EV अब भी शहरी इलाकों तक सीमित हैं।

EV इंश्योरेंस लेते समय किन बातों का ध्यान रखें

EVs में कुछ खास तरह के रिस्क होते हैं, जैसे बैटरी डैमेज, शॉर्ट सर्किट, चार्जिंग के दौरान आग लगना आदि। इसलिए कंपनियां अब खास EV इंश्योरेंस पॉलिसियां दे रही हैं। Digit Insurance जैसी कंपनियों ने EV Shield ऐड-ऑन लॉन्च किया है, जो बैटरी को हुए नुकसान और चार्जर से जुड़ी समस्याओं को कवर करता है।

जरूरी ऐड-ऑन

EV कार और स्कूटरों के लिए जीरो डिप्रिशिएशन, रोडसाइड असिस्टेंस, बैटरी प्रोटेक्शन और चार्जर कवर जैसे ऐड-ऑन काफी जरूरी हो गए हैं। ये ऐड-ऑन आमतौर पर चोरी या आग लगने जैसी घटनाओं में काफी मददगार होते हैं।

इंश्योरेंस प्रीमियम की कीमत

EVs के लिए इंश्योरेंस प्रीमियम पेट्रोल गाड़ियों जितना ही होता है। जैसे Tata Tigor EV का प्रीमियम 31,287 रुपये है, जो इसके पेट्रोल वेरिएंट 23,522 रुपये से बहुत अलग नहीं है। हालांकि, EV में प्रीमियम-टू-IDV रेशियो बेहतर होता है।

सरकार की पहल

सरकार द्वारा FAME II योजना, रोड टैक्स माफी और टैक्स छूट जैसे कदमों से EV को अपनाने में तेजी आई है। इससे EV इंश्योरेंस लेने का खर्च भी काफी हद तक संतुलित हो जाता है। EV इंश्योरेंस का बढ़ता ट्रेंड दिखाता है कि देश की जनता अब हरियाली की ओर बढ़ रही है। जैसे-जैसे लोग EVs की खास जरूरतों को समझ रहे हैं, वैसे-वैसे इंश्योरेंस कंपनियां भी उनके लिए खास योजनाएं ला रही हैं।

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