Noida News Idtr Center : आईडीटीआर (इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च) के प्रस्ताव को शासन ने मंजूरी दे दी है। इसके बनने से लोगों को डीएल बनवाने के लिए निजी केंद्रों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि केंद्र का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा।
बता दें कि राज्य सरकार के साथ ही केंद्र सरकार भी सड़क सुरक्षा को लेकर कई प्रयास कर रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में भी एक प्रयास किया जा रहा है। प्रदेश के नौ जिलों के साथ ही अब गौतमबुद्ध नगर में भी अधिकृत ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (एडीटीसी) की तर्ज पर आईडीटीआर (इंस्टिट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग रिसर्च) केंद्र खुलने जा रहा है।
एडीटीसी की तर्ज पर खुलने जा रहा है केंद्र इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को संस्थागत बनाना और व्यावसायिक चालकों को आधुनिक प्रशिक्षण देना है। केंद्र 20 एकड़ में खुलेगा। लोगों का डीएल टेस्ट भी लिया जाएगा। एडीटीसी की तर्ज पर यह केंद्र खुलने जा रहा है। यह प्रदेश का पहला केंद्र होगा जहां ड्राइविंग की ट्रेनिंग के साथ ही ट्रैफिक मैनेजमेंट से जुड़े कई शोध भी किए जा सकेंगे। साथ ही सड़क सुरक्षा से जुड़े कई सेमिनार और कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
क्यों खास है यह ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर?
आपको बता दें कि इसकी खास बात यह भी होगी कि ADTC की तर्ज पर इसमें भी ड्राइविंग टेस्ट लेने की तैयारी होगी। ऐसे में लोगों के लिए राहत भरी खबर भी है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार देशभर में ऐसे सेंटर खोलने का प्रयास कर रही है। इसी तर्ज पर नोएडा में भी यह सेंटर खुलने जा रहा है। हालांकि इससे पहले भी जिले में ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोले जा चुके हैं, लेकिन वे निजी स्तर पर खोले गए थे।
यह सेंटर सरकार के अधीन खोला जाएगा। इसमें लोगों को न सिर्फ ड्राइविंग से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी, बल्कि लोगों को सड़क सुरक्षा से जुड़ी ट्रेनिंग भी दी जाएगी। आपको बता दें कि फिलहाल दिल्ली में इसी तरह का IDTR संचालित है। अब इसे नोएडा में संचालित किया जाएगा। इसके खुलने से नोएडा के लाखों लोगों को फायदा मिलेगा।
ड्राइविंग टेस्ट की भी होगी सुविधा
सेंटर में लोगों को ड्राइविंग टेस्ट की सुविधा भी दी जाएगी। शासन ने जिले में ड्राइविंग टेस्ट के लिए पांच प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मंजूरी दे दी है। ये ग्रेटर नोएडा जेवर, दादरी, दनकौर में खोले जाने हैं। नोएडा में आईडीटीआर खुलने से नोएडा वासियों को भी फायदा होगा। उन्हें टेस्ट के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। लाइसेंस के लिए टेस्ट प्रक्रिया भी आसान हो जाएगी।