160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली सेमी हाई स्पीड ट्रेन ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय डीडीयू से धनबाद तक 400 किलोमीटर की दूरी महज तीन घंटे 55 मिनट में पूरी की। गया से धनबाद तक 200 किलोमीटर का सफर एक घंटे 57 मिनट में पूरा किया। वापसी में धनबाद से गया एक घंटे 48 मिनट में पहुंची।
राजधानी एक्सप्रेस से धनबाद से गया पहुंचने में दो घंटे 32 मिनट और वंदे भारत से दो घंटे 45 मिनट का समय लगता है। रेल महाप्रबंधक के स्पीड ट्रायल की सफलता के साथ ही पूर्व मध्य रेल की उपलब्धियों का एक नया अध्याय जुड़ गया है। इससे भविष्य में तेज और सुरक्षित यात्रा का मार्ग प्रशस्त होगा। निरीक्षण यान, ब्रेक यान और आगे-पीछे एक थर्ड एसी कोच से हुआ स्पीड ट्रायल महाप्रबंधक के ट्रायल रन में आगे और पीछे निरीक्षण यान, ब्रेक यान और एक थर्ड एसी कोच लगा हुआ था। अलग-अलग निरीक्षण यानों में सवार होकर स्पीड ट्रायल किया गया। डीडीयू से गया तक निरीक्षण के दौरान डीडीयू डीआरएम राजेश गुप्ता तथा गया से धनबाद तक निरीक्षण के दौरान धनबाद डीआरएम कमल किशोर सिन्हा मौजूद रहे।
समय सारणी
डीडीयू से प्रस्थान – सुबह 10:46 बजे
गया आगमन – दोपहर 12:33 बजे
गया से प्रस्थान – दोपहर 12:44 बजे
धनबाद आगमन – दोपहर 2:41 बजे
धनबाद से प्रस्थान – दोपहर 3:43 बजे
गया पहुंचे – शाम 5:31 बजे
गया से प्रस्थान – शाम 5:44 बजे
धनबाद स्टेशन पर एक घंटा दो मिनट रुके महाप्रबंधक, रेलकर्मियों ने निरीक्षण यान की मरम्मत की
ट्रायल रन के लिए धनबाद पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक छत्रसाल सिंह यहां एक घंटा दो मिनट तक रुके। दोपहर 2:41 बजे धनबाद पहुंचने के बाद कैरिज एंड वैगन विभाग के कर्मचारियों ने महाप्रबंधक के निरीक्षण यान का परीक्षण किया।
निरीक्षण यान के लॉस पाइप में कुछ खामियां पाई गईं, जिन्हें दुरुस्त किया गया। इसके बाद 3:39 बजे रवाना हुई। थोड़ा आगे जाकर रुक गई। चार मिनट रुकने के बाद 3:43 बजे ट्रेन खुली। निरीक्षण यान में बैठे थे जीएम, पटरी पर उतर गया दंपती रेलवे महाप्रबंधक निरीक्षण यान में बैठे थे। तभी प्लेटफार्म एक पर हटिया-बर्धमान मेमू आ गई। प्लेटफार्म दो पर खड़ा दंपती ट्रेन को देखकर पटरी पर उतर गया और उसे पार करने की कोशिश करने लगा। इसी बीच वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों ने दौड़कर दंपती को डांटकर रोका। उन्हें फुट ओवरब्रिज से भेजा गया।