CAT MBA Course : ग्रेजुएशन के बाद लोग अक्सर एमबीए की पढ़ाई की ओर दौड़ पड़ते हैं। इसके लिए उनकी पहली पसंद आईआईएम होता है। आईआईएम में दाखिला पाने के लिए कैट परीक्षा पास करनी होती है। अगर आप यह परीक्षा पास नहीं कर पाते हैं, तो यहाँ दाखिला मिलना मुश्किल हो जाता है। लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है। हम आपको एक ऐसे ही आईआईएम कॉलेज के बारे में बता रहे हैं, जहाँ आप बिना कैट के भी एमबीए कोर्स में दाखिला पा सकते हैं। इस कॉलेज का नाम आईआईएम लखनऊ है।
भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ (आईआईएम लखनऊ) ने कार्यरत पेशेवरों और उद्यमियों के लिए एक नया मिश्रित मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीएमबीए) कार्यक्रम शुरू किया है। यह दो वर्षीय पाठ्यक्रम ऑनलाइन और कैंपस शिक्षण का एक संयोजन है, जो प्रतिभागियों को करियर और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाने में मदद करेगा।
पाठ्यक्रम संरचना
बीएमबीए कार्यक्रम छह सत्रों में विभाजित है। पहले वर्ष में मुख्य विषयों का अध्ययन किया जाएगा। दूसरे वर्ष में, छात्र अपनी रुचि के अनुसार रणनीति, वित्त, विपणन, आईटी सिस्टम, संचालन और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और मानव संसाधन जैसे वैकल्पिक विषयों का चयन कर सकेंगे। कार्यक्रम में एक कैपस्टोन परियोजना भी शामिल है, जो प्रतिभागियों को वास्तविक दुनिया में सीखी गई बातों को लागू करने का अवसर प्रदान करेगी।
अध्ययन का तरीका अत्यधिक लचीला और इंटरैक्टिव होगा।
वर्चुअल लाइव कक्षाओं के साथ-साथ समय-समय पर कैंपस सत्र भी आयोजित किए जाएँगे।
कैंपस सत्रों में इंटरैक्टिव व्याख्यान, सॉफ्टवेयर-आधारित अभ्यास और समूह शिक्षण शामिल होंगे।
प्रवेश के लिए पात्रता मानदंड
इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने हेतु निम्नलिखित पात्रता मानदंड आवश्यक हैं।
न्यूनतम तीन वर्ष का पूर्णकालिक कार्य अनुभव।
न्यूनतम आयु 24 वर्ष।
15 वर्ष की औपचारिक शिक्षा और स्नातक स्तर पर 50% अंक (या समकक्ष सीजीपीए)।
सीए, सीएस, सीएमए या एआईयू द्वारा मान्यता प्राप्त विदेशी डिग्री धारक भी पात्र हैं।
आवेदन और चयन प्रक्रिया
आवेदन प्रारंभ: 11 जुलाई, 2025
अंतिम तिथि: 18 अगस्त, 2025
ऑनलाइन साक्षात्कार: 1 से 3 सितंबर, 2025
पाठ्यक्रम प्रारंभ: 25 सितंबर, 2025
चयन प्रक्रिया में शैक्षणिक प्रदर्शन, कार्य अनुभव, परीक्षा स्कोर और साक्षात्कार को ध्यान में रखा जाएगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य
आईआईएम लखनऊ का यह बीएमबीए कार्यक्रम प्रतिभागियों में नेतृत्व कौशल और रणनीतिक सोच विकसित करता है।
डिजिटल उपकरणों, तकनीकों और व्यावसायिक ढाँचों के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करता है।
प्रतिभागियों को आज के तेज़ी से बदलते व्यावसायिक परिवेश के लिए तैयार करता है।