Modern Forensic Lab : बदलते समय के साथ साइबर अपराध और डिजिटल साक्ष्य की भूमिका भी तेजी से बदली है। हर दिन बदल रहे साइबर अपराध के नए तरीकों को खत्म करने के लिए भी उसी गति से काम किया जा रहा है।
राज्य सरकार साइबर फोरेंसिक क्षमताओं को भी बढ़ा रही है और इसे मजबूत कर रही है। इसके तहत नेशनल फोरेंसिक साइंसेज लैब के सहयोग से पटना और राजगीर में साइबर फोरेंसिक लैब की भी स्थापना की जानी है।
गृह विभाग ने इस योजना को जल्द से जल्द पूरा करने के उद्देश्य से नियमित समीक्षा कर लैब की स्थापना में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सरकार जल्द से जल्द इस लैब को शुरू करने की कोशिश कर रही है।
इसके अलावा पटना में नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (NFSU) के ट्रांजिट कैंपस की स्थापना की प्रक्रिया में भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक NFSU के ट्रांजिट कैंपस के लिए हिंदी भवन का चयन किया गया है।
विभाग ने अपनी समीक्षा बैठक में कैंपस स्थापना के काम में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। सूत्रों की मानें तो विभाग ने संबंधित अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग कर तय समय सीमा के अंदर काम शुरू करने को कहा है।
जबकि फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में जांच के लिए वर्षों से लंबित प्रदर्शों पर भी सख्ती बरती जा रही है। गृह विभाग ने ऐसे सभी मामलों की समीक्षा कर सरकार को विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया है।
आदेश की अवहेलना करने वाले और समय पर सूचना उपलब्ध नहीं कराने वाले पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। आपको बता दें कि पटना और राजगीर में स्थापित होने वाले फोरेंसिक लैब नई और आधुनिक तकनीक से लैस होंगे।
इसका संचालन राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों की देखरेख में होगा। फोरेंसिक लैब में डिजिटल साक्ष्य, मोबाइल फोरेंसिक, नेटवर्क ट्रेसिंग और डाटा रिकवरी जैसी जांच की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।