Vivah Muhurat 2025 : बस तीन दिन और और आपको शादी के लड्डुओं का स्वाद मिलेगा, बैंड बजेंगे, बारात सजेगी और खुशियों के गीत गाये जायेंगे। इस नवसंवत्सर का दूसरा महीना वैशाख 13 अप्रैल को लगते ही खरमास 14 अप्रैल को खत्म हो जायेगा और उसी दिन से शादियां शुरू हो जायेंगी।
वैशाख महीने के दोनों पक्षों में कुल 30 दिन में आपको 15 दिन शादी के लड्डू खाने को मिलेंगे। इसी तरह ज्येष्ठ महीने में 12 दिन शादी के मुहूर्त रहेंगे। यानी 8 जून तक शादियां चलती रहेंगी। इसके बाद बृहस्पति के अस्त होने से विवाह जैसे मांगलिक कार्य बंद हो जायेंगे और फिर करीब साढ़े पांच महीने बाद मार्गशीर्ष में 22 नवंबर से शादियां शुरू होंगी जो 5 दिसंबर तक चलेंगी। इस साल के अंत में खरमास शुरू होने से 11 दिन पहले 5 दिसंबर को शादियां खत्म हो जायेंगी फिर आपको अगले साल जनवरी में शादी के लड्डू खाने को मिलेंगे।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं श्री काशी विद्वत परिषद के संगठन मंत्री प्रो. विनय कुमार पांडेय ने बताया कि खरमास 14 अप्रैल को सुबह 5:29 बजे समाप्त हो जाएगा। उसी दिन से विवाह मुहूर्त भी शुरू हो जाएंगे, यानी इस सत्र का पहला विवाह मुहूर्त 14 अप्रैल को होगा।
इसके बाद 15 को मृत्युभोज और व्यतिपात योग होने के कारण उस दिन विवाह व अन्य शुभ कार्य नहीं होंगे, लेकिन 16 अप्रैल से यह क्रम फिर रुक-रुक कर जारी रहेगा। 30 अप्रैल तक वैशाख कृष्ण पक्ष में कुल नौ विवाह और एक से 10 मई तक शुक्ल पक्ष में छह विवाह होंगे। इसके बाद 14 मई से शुरू होकर ज्येष्ठ माह में 23 मई तक कृष्ण पक्ष में कुल पांच विवाह और 28 मई से 10 जून तक शुक्ल पक्ष में छह विवाह होंगे। इस तरह इस सत्र में 58 दिनों में से कुल 27 दिन विवाह के लड्डू मिलेंगे
। इस बार विवाह की रस्में देवशयनी एकादशी से 28 दिन पहले ही समाप्त हो जाएंगी। ज्येष्ठ माह में विवाह की रस्में सिर्फ 8 जून तक ही हैं क्योंकि 8 जून से गुरु की ज्येष्ठा शुरू हो रही है और वे अस्त हो जाएंगे और फिर 7 जुलाई को उदय होंगे लेकिन तब तक 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु के चातुर्मास्य की योग निद्रा में चले जाने के कारण शुभ कार्य रुक चुके होंगे। कार्तिक माह में देवउत्थान एकादशी के बाद फिर से शुभ कार्य शुरू होते हैं।