Motihari News : जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब विभाग को विभिन्न क्षेत्रों के लिए 934 आशा कार्यकर्ताओं का चयन करने का निर्देश दिया गया है।
बताया गया है कि संबंधित क्षेत्र के मुखिया के माध्यम से आमसभा आयोजित कर चयन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
बता दें कि जिले में फिलहाल आशा कार्यकर्ताओं के 4684 पद सृजित हैं, जिसमें 19 शहरी पद भी शामिल हैं। अब नए निर्देश के अनुसार जिले में आशा कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ाकर 5618 की जानी है।
बता दें कि सरकार की योजना के अनुसार आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य व्यवस्था की सबसे निचली कड़ी हैं। स्वास्थ्य व्यवस्था को बनाए रखने में इनकी अहम भूमिका होती है। चयन के लिए जरूरी योग्यता आशा चयन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मैट्रिक पास 18 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं पात्र होंगी। जबकि शहरी क्षेत्रों के लिए मैट्रिक पास 25 से 40 वर्ष की आयु की महिलाएं पात्र होंगी। नौ क्षेत्र बने शहरी
विभाग के नये निर्देश के अनुसार अब रक्सौल, अरेराज, चकिया, ढाका, मेहसी, पकड़ीदयाल, सुगौली, मधुबन और केसरिया को स्वास्थ्य विभाग ने शहरी क्षेत्र में शामिल कर लिया है।
अब इन क्षेत्रों में शहरी आशा की बहाली की जायेगी। हालांकि विभागीय निर्देश के अनुसार इन क्षेत्रों में वर्तमान में कार्यरत आशा को शहरी क्षेत्र में समायोजित करने की योजना है।
बता दें कि पिछली व्यवस्था में सिर्फ मोतिहारी को शहरी क्षेत्र में शामिल किया गया था। जहां 19 आशा का चयन किया गया था।
जहां अब शहरी में शामिल नये क्षेत्रों के लिए 181 अतिरिक्त आशा का चयन किया जाना है। जिसके बाद जिले में शहरी आशा की कुल संख्या 200 हो जायेगी।
विभाग के निर्देशानुसार चयन प्रक्रिया पूरी की जायेगी। इसके लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। – ठाकुर विश्वमोहन, डीपीएम, जिला स्वास्थ्य समिति।
सीएस ने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का किया निरीक्षण
आपको बता दें कि बिहार सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हर तरह के ठोस कदम उठा रही है। एक तरफ जहां बहाली की खबरें सामने आई हैं। वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में लापरवाही पर सख्ती भी बरती जा रही है।
दूसरी ओर सिविल सर्जन डॉ. रवि भूषण श्रीवास्तव ने शनिवार को पताही प्रखंड के बखरी बाजार स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निरीक्षण किया।
उनके साथ डीपीएम ठाकुर विश्वमोहन और डीपीसी भारत भूषण भी मौजूद थे। इस अस्पताल को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील करने के विभागीय निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
इस दौरान अधिकारियों द्वारा अस्पताल परिसर का अवलोकन किया गया। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पताही का भी निरीक्षण किया गया।
सीएस ने अस्पताल के प्रसव केंद्र, ओटी रूम, स्टोर रूम, उपकरण, साफ-सफाई और दवा आदि की व्यवस्था की जांच की।





