Chaitra Navratri Ashtami Navami : चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि को नवरात्रि व्रत रखा जाता है और रामनवमी के दिन नवरात्रि व्रत रखा जाता है। आपको बता दें कि इस बार नवरात्रि पर एक तिथि की हानि हो रही है, जिसके कारण चतुर्थी और पंचमी तिथि एक ही दिन है। इस प्रकार इस बार नवरात्रि 8 दिन की पड़ रही है। इस बार अष्टमी तिथि का व्रत 5 अप्रैल और रामनवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन कन्या पूजन किया जाएगा। इस तरह नवरात्रि व्रत रखा जाता है। कन्याओं को घर में बुलाकर उनके पैर धोए जाते हैं और उन्हें तिलक लगाकर प्रसाद दिया जाता है और फिर दक्षिणा देकर विदा किया जाता है।
कब है अष्टमी व्रत और कब है रामनवमी
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 04 अप्रैल 2025 को रात 08:12 बजे शुरू होगी और अष्टमी तिथि 05 अप्रैल 2025 को शाम 07:26 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि में अष्टमी 05 अप्रैल 2025, शनिवार को मनाई जाएगी। राम नवमी का त्यौहार रविवार को मनाया जाएगा। नवमी तिथि 05 अप्रैल 2025 को शाम 07:26 बजे शुरू होगी और 06 अप्रैल 2025 को शाम 07:22 बजे समाप्त होगी। राम नवमी 06 अप्रैल 2025, रविवार को मनाई जाएगी। अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:35 बजे से सुबह 05:21 बजे तक
प्रातः सायंकाल – प्रातः 04:58 से प्रातः 06:07 तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक
नवमी कन्या पूजन मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04:34 बजे से सुबह 05:20 बजे तक
प्रातः सायंकाल – प्रातः 04:57 बजे से प्रातः 06:05 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:58 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक





