How Much Sugar Is Too Much : आजकल मीठा खाना हर किसी को पसंद होता है, लेकिन बहुत ज़्यादा मीठा खाना धीरे-धीरे आपके शरीर के लिए ज़हर बन सकता है। हम सभी जानते हैं कि चीनी सेहत के लिए हानिकारक है, ख़ासकर इसका ज़्यादा सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं और बीमारियों का कारण बन सकता है। जब बात सेहत की आती है, तो चीनी एक छुपा हुआ दुश्मन है जो कई बीमारियों की जड़ बन जाती है। इसलिए, यह जानना ज़रूरी है कि एक दिन में कितनी चीनी लेना सुरक्षित है और किन चीज़ों में चीनी बिल्कुल नहीं मिलानी चाहिए। यहाँ जानें कि आपको कितनी और कब चीनी का सेवन करना चाहिए।
एक दिन में कितनी चीनी लेना सुरक्षित है?
WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की गाइडलाइन के अनुसार:
एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन 25 ग्राम (करीब 6 चम्मच) से ज़्यादा चीनी नहीं लेनी चाहिए।
बच्चों के लिए यह सीमा और भी कम है, लगभग 3-4 चम्मच प्रतिदिन।
अगर कोई व्यक्ति रोज़ाना 10-12 चम्मच से ज़्यादा चीनी ले रहा है, तो इससे धीरे-धीरे डायबिटीज़, मोटापा, हृदय रोग, लिवर की समस्या और हॉर्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
6 चम्मच से ज़्यादा चीनी शरीर के लिए ज़हर की तरह काम करती है, ख़ास तौर पर तब जब इसे प्रोसेस्ड और रिफ़ाइंड फ़ॉर्म में लिया जाए.
किन चीज़ों में चीनी बिल्कुल नहीं मिलानी चाहिए?
दूध: बच्चों या बड़ों के दूध में ज़्यादा चीनी मिलाना आम बात है, लेकिन यह आदत हड्डियों की मज़बूती को प्रभावित करती है और वज़न भी बढ़ा सकती है. दूध में प्राकृतिक लैक्टोज़ होता है, जो शरीर को पर्याप्त मिठास देता है.
चाय/कॉफ़ी: दिन में 2-3 बार चीनी वाली चाय या कॉफ़ी पीने से ब्लड शुगर लेवल तेज़ी से बढ़ सकता है. बेहतर विकल्प के तौर पर गुड़, शहद या दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल करें.
ब्रेकफ़ास्ट सीरियल: बाज़ार में मिलने वाले ज़्यादातर कॉर्नफ़्लेक्स, ग्रेनोला और मूसली में पहले से ही काफ़ी चीनी होती है. ज़्यादा चीनी मिलाने से शरीर को नुकसान हो सकता है.
फलों का जूस: फलों में प्राकृतिक मिठास भरपूर होती है. ऊपर से चीनी डालने से न सिर्फ़ अतिरिक्त कैलोरी मिलती है, बल्कि फ्रुक्टोज़ का लोड भी बढ़ जाता है.
ख़ास तौर पर पैक किए गए जूस में पहले से ही चीनी की मात्रा ज़्यादा होती है.
बच्चों के खाने में
शिशुओं और छोटे बच्चों के खाने में चीनी मिलाने से उनकी स्वाद संबंधी पसंद बदल जाती है, जिससे उन्हें मिठाई की लत लग सकती है।
इससे भविष्य में मोटापे और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
चीनी का स्वस्थ विकल्प क्या हो सकता है?
शहद – प्राकृतिक जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर
स्टीविया – जीरो कैलोरी वाला प्राकृतिक स्वीटनर
गुड़ – आयरन और मिनरल्स से भरपूर
दालचीनी पाउडर – प्राकृतिक स्वाद बढ़ाने वाला जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है
इन बातों का रखें ध्यान
अगर आप वजन कम कर रहे हैं, प्री-डायबिटिक हैं, पीसीओडी/थायरॉइड से पीड़ित हैं या फैटी लिवर की समस्या है, तो चीनी आपके लिए किसी जहर से कम नहीं है।