Katra–Srinagar Vande Bharat Express : कटरा-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस कश्मीर को शेष भारत से जोड़ेगी हाईटेक ट्रेन.

Katra–Srinagar Vande Bharat Express  : कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में सफर करने के लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। पहले यह ट्रेन 19 अप्रैल को शुरू होनी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने वाले थे, लेकिन पीएम मोदी का कश्मीर दौरा फिलहाल टल गया है। नई तारीख के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

कश्मीर में वंदे भारत ट्रेन चलाने का रेलवे प्रोजेक्ट का यह पहला चरण है। दूसरे चरण में नई दिल्ली से श्रीनगर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाई जाएगी। आइए जानते हैं कटरा-श्रीनगर वंदे भारत का शेड्यूल क्या होगा? इसके कितने स्टॉपेज होंगे? यात्रा का किराया क्या होगा:-

इसी साल 23 जनवरी को पहली वंदे भारत ट्रेन का ट्रायल रन श्री माता वैष्णो देवी कटरा (एसवीडीके) रेलवे स्टेशन से श्रीनगर रेलवे स्टेशन तक किया गया था। अभी सड़क मार्ग से कटरा से श्रीनगर जाने में 6 से 7 घंटे का समय लगता है। अगर मौसम खराब हो और ट्रैफिक जाम हो तो समय भी बढ़ जाता है। लेकिन वंदे भारत एक्सप्रेस से यह सफर महज 3 घंटे में पूरा हो जाएगा। यह ट्रेन 3 घंटे में करीब 272 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।

कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन में एसी चेयर कार का किराया 1500-1600 रुपये प्रति व्यक्ति होगा। जबकि एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 2200 से 2500 रुपये हो सकता है।

वंदे भारत ट्रेन कटरा स्टेशन से सुबह 8:10 बजे रवाना होगी। यह करीब 11:20 बजे श्रीनगर स्टेशन पहुंचेगी। फिर दोपहर 12:45 बजे यह ट्रेन श्रीनगर स्टेशन से रवाना होगी और दोपहर 3:55 बजे कटरा पहुंचेगी।

कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन 18 स्टेशनों से होकर गुजरेगी। कटड़ा और श्रीनगर के बीच रियासी, बक्कल, डुग्गा, सवालकोट, संगलदान, सुंबर, खारी, बनिहाल, शाहाबाद हिल हॉल्ट, काजीगुंड, सदुरा, अनंतनाग, बिजबेहरा, पंजगाम, अवंतीपोरा, रत्नीपोरा, काकापोरा और पंपोर स्टेशन होंगे।

कटड़ा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन 359 मीटर ऊंचे चिनाब ब्रिज से होकर गुजरेगी। यह ब्रिज पेरिस के एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है। यह ट्रेन रियासी के अंजी खड्ड में बने रेलवे के पहले केबल ब्रिज से भी गुजरेगी। वंदे भारत ट्रेन रामबन में बनी सबसे लंबी ट्रांसपोर्ट टनल से भी गुजरेगी। इस टनल की लंबाई 12.75 किलोमीटर है।

इस ट्रेन को एंटी फ्रीजिंग सुविधाओं से लैस किया गया है। ट्रेन में लगा हीटिंग सिस्टम पानी की टंकियों और बायो-टॉयलेट को जमने से बचाएगा। ड्राइवर की विंडशील्ड और एयर ब्रेक माइनस तापमान में भी काम करेंगे। इससे दोनों इलाकों के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी बनी रहेगी।

रेलवे ने इस प्रोजेक्ट के लिए एंटी-सीस्मिक वाइब्रेशन डिवाइस का इस्तेमाल किया है, क्योंकि यह इलाका भूकंप के लिहाज से जोन-5 में आता है। इस ट्रेन में पानी की टंकियां, सिलिकॉन हीटिंग पैड, हीटिंग प्लंबिंग और पाइपलाइन हैं। इससे हर समय गर्म पानी मिलेगा। कोच और वॉशरूम में हीटर लगाए गए हैं। सीट के पास चार्जिंग पॉइंट और रीडिंग लाइट भी है। इसमें बायो वैक्यूम टॉयलेट भी है।

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