Guru Purnima 2025 : हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व माना जाता है। इस पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इसी तिथि को महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था। महर्षि वेद व्यास महाभारत ग्रंथ के रचयिता रहे हैं।
पूर्णिमा तिथि पितरों को प्रसन्न करने के लिए एक उत्तम तिथि मानी जाती है। अगर आप इस तिथि पर कुछ खास जगहों पर दीपक जलाते हैं, तो आपको पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
इस दिशा में जलाएं दीपक
दक्षिण दिशा पितरों की दिशा मानी जाती है। ऐसे में गुरु पूर्णिमा के दिन पितृ दोष दूर करने के लिए आप घर की दक्षिण दिशा में दीपक जला सकते हैं। इसके साथ ही पितरों की तस्वीर के सामने तिल के तेल का दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है। ऐसा करने से आपको पितृ दोष से मुक्ति मिल सकती है।
जरूर करें ये काम
गुरु पूर्णिमा के दिन नदी में दीपदान करना भी शुभ माना जाता है। इस उपाय को करने से व्यक्ति को पितृ दोष से भी मुक्ति मिल सकती है। इसके अलावा, पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना भी पितृ दोष से मुक्ति के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। इससे व्यक्ति पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है।
इन बातों का ध्यान रखें
पितृ दोष से मुक्ति के लिए सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ होता है। दीपक को सीधे ज़मीन पर न रखें, बल्कि चावल पर या किसी थाली में रख सकते हैं। इसके साथ ही, पूर्णिमा के दिन दीपक जलाते समय पितरों को याद करें और उनसे जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा याचना करें।
ये उपाय करें
पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए पूर्णिमा के दिन पितरों के लिए भोजन निकालें और उन्हें तर्पण दें। कौओं के लिए भोजन निकालें। साथ ही, इस दिन पितृ स्तोत्र और पितृ कवच आदि का पाठ भी करें। ये उपाय पितृ दोष से मुक्ति दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं।





