Worker Are From Darbhanga And Nawada : बिहार से 2,75,424 पंजीकृत प्रवासी श्रमिक हैं। अब तक मानव संसाधन विभाग द्वारा जिला शिविरों के माध्यम से पंजीकरण किया जाता था, लेकिन अब यह ऑनलाइन किया जाएगा। प्रवासी श्रमिकों को अब पंजीकरण के लिए अपने गृह जिले तक नहीं जाना पड़ेगा। आप जहां भी काम करते हैं, मानव संसाधन विभाग के ऐप पर पंजीकरण कर सकेंगे। विभाग शीघ्र ही उचित कदम उठाएगा।
हम आपको सूचित करते हैं कि राज्य सरकार द्वारा प्रवासी श्रमिकों का डेटा तैयार किया जा रहा है। यहां आपको अन्य राज्यों में काम करने वाले श्रमिकों की संख्या दिखाई देगी। किस राज्य में कितने कर्मचारी काम करते हैं? मानव संसाधन विभाग द्वारा मार्च 2025 से पंजीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया। फलस्वरूप पंजीकरण एवं उससे संबंधित डाटा लोड किया गया।
ये होंगे फायदे
● आपको सरकारी प्रबंधन कार्यक्रमों से लाभ मिलेगा
● विभाग के पास प्रत्येक कर्मचारी के बारे में पूरी जानकारी होगी
● प्रवासी श्रमिकों से संपर्क करना आसान होगा
अधिकांश प्रवासी श्रमिक दरभंगा और नवादा से हैं
अधिकांश प्रवासी श्रमिक दरभंगा और नवादा से हैं। दरभंगा से 21,310 प्रवासी श्रमिक और नवादा से 20,000 से अधिक प्रवासी श्रमिक हैं। पटना जिले की बात करें तो यहां आठ हजार से अधिक प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में हैं। राज्य में छह जिले ऐसे हैं जहां अन्य राज्यों से आए प्रवासी श्रमिकों की संख्या दस हजार से अधिक है। अधिक से अधिक केवल 1,600 श्रमिक ही पैसा कमाने के लिए शिवहर जिले से बाहर जाएंगे।
श्रम, पुनर्वास एवं कार्यक्रम अधीक्षक पटना नेहा आर्यन ने बताया कि प्रवासी श्रमिक अब अपना निबंधन करा सकेंगे। इस उद्देश्य के लिए विभाग के एप्लीकेशन को प्ले स्टोर में रखा जाएगा। इस ऐप को डाउनलोड करके श्रमिक अपना पंजीकरण करा सकेंगे। बिहार में कितने प्रवासी मजदूर हैं, इसका डेटा तैयार किया जा रहा है।