Ashadha Amavasya 2025 : दीपक जलाकर करें ये खास उपाय, मिलेगी सुख-समृद्धि और पितरों का आशीर्वाद.

Ashadha Amavasya 2025  : आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि का विशेष महत्व होता है। इसे आषाढ़ी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। पितृ तर्पण और उनकी शांति के लिए यह दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल आषाढ़ अमावस्या 25 जून को मनाई जाएगी। वहीं इस दिन (आषाढ़ अमावस्या 2025) कुछ खास जगहों पर दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, तो आइए जानते हैं उन जगहों के बारे में।

आषाढ़ अमावस्या पर दीपक से करें ये उपाय

घर के मुख्य द्वार पर- आषाढ़ अमावस्या की शाम को घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं। मुख्य द्वार पर दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाती और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।

तुलसी के पौधे के पास- अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो आषाढ़ अमावस्या की शाम को उसके पास दीपक जलाएं। तुलसी को बहुत पूजनीय माना जाता है। कहा जाता है कि तुलसी के पास दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती।

रसोई में – रसोई में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। ऐसे में आषाढ़ अमावस्या की रात रसोई में दीपक जलाएं। इससे घर में कभी भी अन्न-धन की कमी नहीं होती। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

पीपल के पेड़ के नीचे – अगर आपके घर के पास पीपल का पेड़ है तो आषाढ़ अमावस्या की शाम को उसके नीचे दीपक जलाएं। पीपल के पेड़ में ब्रह्मा जी, भगवान विष्णु और शिव जी का वास होता है। पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और पितरों का आशीर्वाद मिलता है।

मंदिर के पास – आषाढ़ अमावस्या के दिन अपने घर के मंदिर में नौ छोटे दीपक जलाएं। ऐसा करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

जल वाले स्थान पर – अगर आपके घर के आस-पास नदी, तालाब या कुआं है तो वहां दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही आपको उनका आशीर्वाद भी मिलता है।

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