Classes 9 And 11 Internal Exam : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 9वीं और 11वीं की आंतरिक परीक्षाओं के लिए अहम बदलाव करने का फैसला किया है। अब इन कक्षाओं में भी वही उत्तीर्णता मानदंड लागू होंगे जो 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में लागू होते हैं।
ये नियम 2026 की परीक्षाओं से लागू होंगे। सीबीएसई के अध्यक्ष राहुल सिंह ने कहा कि स्कूल स्तर पर मूल्यांकन में बोर्ड परीक्षाओं जैसी ही सख्ती और स्पष्टता होनी चाहिए।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब हाल ही में दिल्ली के एमएल खन्ना डीएवी पब्लिक स्कूल में 11वीं के एक छात्र की आत्महत्या का मामला सामने आया था।
आरोप लगाया गया था कि छात्र को परीक्षा में असफल घोषित कर दिया गया था और स्कूल प्रशासन ने न तो उसे पर्याप्त सहयोग दिया और न ही काउंसलिंग जैसी कोई मदद। इस घटना ने आंतरिक परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और सहायता तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए थे।
वर्तमान में, स्कूल स्वयं 9वीं और 11वीं की परीक्षाएँ आयोजित करते हैं और उत्तीर्णता मानदंड तय करने का अधिकार भी स्कूलों के पास है।
बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, सीबीएसई को समय-समय पर छात्रों और अभिभावकों से शिकायतें मिलती रही हैं कि अलग-अलग स्कूलों में पासिंग क्राइटेरिया के नियम अलग-अलग हैं, जिससे कभी-कभी छात्रों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और मनमानी की गुंजाइश रहती है।
सीबीएसई के परीक्षा उपनियमों के अनुसार, कक्षा 11 में पास होने के लिए प्रत्येक विषय में न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक आवश्यक हैं। ऐसे विषय जिनमें प्रैक्टिकल (प्रायोगिक) शामिल हैं।
थ्योरी (लिखित) और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। साथ ही, कुल मिलाकर 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना आवश्यक है।
कक्षा 9 में पास होने के लिए, सभी पाँच मुख्य विषयों (छठे वैकल्पिक विषय को छोड़कर) में कम से कम ग्रेड डी प्राप्त करना आवश्यक है, साथ ही अन्य विषयों में न्यूनतम निर्धारित ग्रेड प्राप्त करना भी आवश्यक है।
बोर्ड अधिकारियों ने कहा कि यदि कक्षा 9 और 11 में भी समान पासिंग क्राइटेरिया लागू किए जाते हैं, तो देश भर के सभी संबद्ध स्कूलों में एक समान मानक बनेंगे और मनमाने फैसलों पर रोक लगेगी।
साथ ही, स्कूलों को आंतरिक परीक्षाओं में भी पारदर्शी मूल्यांकन प्रणाली और स्पष्ट निर्णय लेने की प्रक्रिया अपनानी होगी। बोर्ड की परीक्षा समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंज़ूरी मिल गई है। सीबीएसई की शासी निकाय ने परीक्षा समिति की सिफारिशों को हरी झंडी दे दी है।





