Namma Metro Yellow Line Details : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में हैं। भारत की सिलिकॉन वैली कहे जाने वाला बेंगलुरु लंबे ट्रैफिक जाम के लिए भी मशहूर है। ऐसे में पीएम मोदी ने बेंगलुरु को एक नई मेट्रो लाइन के रूप में एक खास तोहफा दिया है। नम्मा मेट्रो की यह लाइन दक्षिण बेंगलुरु में आरवी रोड को पूर्व में बोम्मासंद्रा से जोड़ेगी और इसे ‘येलो लाइन’ के नाम से जाना जाएगा।
पीएम मोदी ने आज इस मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया। 19.15 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर को 7,160 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जिसमें कुल 16 मेट्रो स्टेशन हैं। अनुमान के मुताबिक, इस नए रूट पर हर दिन लगभग 8 लाख लोग सफर करेंगे।
ऑफिस जाने वालों को होगा फायदा
नम्मा मेट्रो की येलो लाइन शुरू होने से सिल्क बोर्ड जंक्शन, बीटीएम लेआउट, इलेक्ट्रॉनिक सिटी और बोम्मासंद्रा जैसे औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुँच आसान हो जाएगी। इंफोसिस, बायोकॉन और टीसीएस के ज़्यादातर कर्मचारियों के घर भी इसी रूट पर हैं, जिससे उनके लिए ऑफिस जाना आसान हो जाएगा।
येलो लाइन के 16 स्टेशन
आरवी रोड – ग्रीन लाइन से जुड़ेगा
रागीगुड्डा
जयदेव अस्पताल – भविष्य में पिंक लाइन से जुड़ेगा।
बीटीएम लेआउट
सेंट्रल सिल्क रोड
एचएसआर लेआउट
ऑक्सफोर्ड कॉलेज
होंगसांद्रा
कुडलू गेट
सिंगसांद्रा
होसा रोड
इलेक्ट्रॉनिक सिटी-1
कोनप्पना अग्रहारा
हुस्कुर रोड
हेब्बागोडी
बोम्मासांद्रा
समय और किराया क्या होगा?
नम्मा मेट्रो की येलो लाइन 11 अगस्त से आम जनता के लिए खोल दी जाएगी। यह मेट्रो सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक चलेगी। वहीं, हर 25 मिनट के अंतराल पर मेट्रो चलेंगी, जिसे अगले महीने तक घटाकर 20 मिनट करने की योजना है। इस मेट्रो में एक तरफ का किराया 10-90 रुपये होगा।
यात्रा 45 मिनट में पूरी होगी।
येलो लाइन से लगभग 8 लाख लोगों को फायदा होगा। इससे बेंगलुरु में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने में भी मदद मिलेगी। आमतौर पर लोगों को इस रूट पर यात्रा करने में डेढ़ से दो घंटे लगते हैं, लेकिन मेट्रो की मदद से यह यात्रा मात्र 45 मिनट में पूरी की जा सकेगी।
तीसरे चरण की आधारशिला रखी गई
नम्मा मेट्रो की येलो लाइन को हरी झंडी दिखाने के साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरे चरण की भी आधारशिला रखी। इस रूट पर भी जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। 44.65 किलोमीटर लंबे इस रूट का निर्माण 15,610 करोड़ रुपये की लागत से पूरा होगा। वहीं, येलो लाइन का काम पूरा होने के बाद करीब 25 लाख लोगों को फायदा होगा।





