Digvijay Singh Statement : मालेगांव विस्फोट में पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा बरी हो गई हैं। इस विस्फोट के बाद देश में हिंदू आतंकवाद को लेकर खूब चर्चा हुई थी।
वहीं, मानसून सत्र के दौरान बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा को संबोधित किया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव पर सरकार का पक्ष रखा। सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय के लोग कभी आतंकवादी नहीं हो सकते।
साध्वी प्रज्ञा के मालेगांव विस्फोट में बरी होने के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के सुर बदल गए हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि न तो कोई हिंदू आतंकवादी है और न ही कोई मुसलमान आतंकवादी है।
कुछ लोग धर्म को नफरत का हथियार बनाते हैं: दिग्विजय सिंह
उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म को आतंकवाद से जोड़ना सही नहीं है। हर धर्म प्रेम, अहिंसा और सद्भाव का प्रतीक है। न तो कोई आतंकवादी हिंदू हो सकता है और न ही कोई मुसलमान। कुछ ही लोग हैं जो धर्म को नफरत का हथियार बनाते हैं। उन्होंने सफाई देते हुए यह भी कहा कि मैंने संघी आतंकवाद कहा था, भगवा आतंकवाद नहीं।
आपको बता दें कि साल 2018 में सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा था कि इस मामले में जितने भी लोग पकड़े गए हैं, वे सभी हिंदू धर्म के आतंकवादी हैं। सभी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं।
साल 2018 में भाजपा और संघ से जुड़े नेताओं ने आरोप लगाया था कि मालेगांव विस्फोट के बाद साध्वी प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित जैसे लोगों को गलत तरीके से फंसाया गया और हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद जैसे शब्द गढ़े गए।