Bihar Politics : भाजपा सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाति सम्मेलन आयोजित करेगी। यह सम्मेलन स्थानीय स्तर पर होगा और इसमें संबंधित विधानसभा की विशेष जातियां जुटेंगी। आयोजन की जिम्मेदारी भी पार्टी के संबंधित नेता को दी जाएगी। शनिवार को प्रदेश मुख्यालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। पार्टी 15 मई से यह अभियान शुरू करने की तैयारी में है। सभी विधानसभा क्षेत्रों के अलग-अलग जातियों के नेताओं को जाति सम्मेलन की जिम्मेदारी दी गई है।
दरअसल, जिस भी जाति से जुड़े नेता स्थानीय स्तर पर उसी जाति के लोगों का सम्मेलन आयोजित करेंगे। इसमें उन्हें नीतीश सरकार के समग्र विकास कार्यों के साथ-साथ अपने समाज के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी जाएगी। इन सम्मेलनों में बताया जाएगा कि सरकार के किस फैसले से उन्हें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से क्या लाभ मिला है।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा ने शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल के नेतृत्व में प्रदेश मुख्यालय में उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र जी, संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया भी मौजूद थे। बैठक में इस बात पर विस्तार से चर्चा हुई कि विकास कार्यों के साथ-साथ जातिगत गोलबंदी पर भी ध्यान दिया जाए।
इस मुद्दे पर विपक्ष को कोई जगह नहीं दी जानी चाहिए। बैठक में ही सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में जाति सम्मेलन आयोजित करने और स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली जातियों से इसकी शुरुआत करने का निर्णय लिया गया। सम्मेलन के आयोजन में स्थानीय नेताओं को पार्टी मुख्यालय से अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाएगा।
पूरे प्रदेश में भाजपा निकालेगी तिरंगा
यात्रा पार्टी कार्यालय में ही हुई एक अलग बैठक में निर्णय लिया गया कि भाजपा पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्रा निकालेगी। बैठक में वरिष्ठ पदाधिकारी और मंडल पदाधिकारी वर्चुअली शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने की। इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मौजूद थे। प्रदेश अध्यक्ष ने सभी को निर्देश दिया कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने वाली भारतीय सेना की बहादुरी को प्रदर्शित करने के लिए पूरे प्रदेश में तिरंगा यात्रा निकाली जाए।
हालांकि इसमें भाजपा का प्रचार नहीं करना है। इस अभियान का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को दिया जाना चाहिए और उनकी चर्चा होनी चाहिए। साथ ही निर्देश दिया गया कि तिरंगा यात्रा में स्थानीय कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए और इस अभियान को आम लोगों से जोड़ा जाए। अभियान सभी विधानसभा क्षेत्रों में चलाया जाएगा।