Hanuman Jayanti 2025 : 12 या 13 अप्रैल कब है हनुमान जयंती?

Hanuman Jayanti 2025  : पवित्र चैत्र मास की पूर्णिमा शनिवार 12 अप्रैल को हस्त नक्षत्र और जयद योग में मनाई जाएगी। इस दिन दक्षिणपंथी भक्त हनुमान जयंती दक्षिणात्य पर्व मनाएंगे। इस दिन सनातन धर्मावलंबी गंगा स्नान कर व्रत, पूजन, दान आदि धार्मिक कार्य करेंगे।

भगवान सत्यनारायण की होगी पूजा

इस दिन कई घरों में भगवान सत्यनारायण की पूजा की जाएगी। व्रत और स्नान की पूर्णिमा के साथ-साथ इस दिन शनिवार होने से श्री हरि विष्णु के साथ हनुमान जी की भी विधिवत पूजा की जाएगी।

ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि चैत्र पूर्णिमा हिंदू नववर्ष की पहली पूर्णिमा है। चैत्र पूर्णिमा को मधु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।

नदियों में स्नान का महत्व

धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पवित्र नदियों, तीर्थों में स्नान और दान करने से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है। इस दिन भगवान जनार्दन की पूजा करने से भक्तों को सुख, धन और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

हनुमानजी की जयंती पर भक्त उनके जैसा बल, बुद्धि, ज्ञान, कौशल अपने व्यक्तित्व में शामिल करने की प्रार्थना करेंगे।

घरों में होगी हनुमान चालीसा का पाठ और कथा-पूजा

चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती पर 12 अप्रैल, शनिवार को भक्त अपने घरों और मंदिरों में हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदरकांड आदि का पाठ करेंगे। भगवान विष्णु के उपासक सत्यनारायण की कथा-पूजा करेंगे। पूजा की शुरुआत प्रत्यक्षदेव भगवान भास्कर को जल चढ़ाकर होगी।

मान्यता है कि सूर्य के तेज में सभी संकटों को दूर करने की क्षमता होती है। हिंदू धर्मावलंबी हनुमानजी की पूजा तेल-सिंदूर लगाकर, ध्वजा दान करके, रोटी का प्रसाद चढ़ाकर करेंगे।

चैत्र पूर्णिमा स्नान-दान और पूजा का समय

पूर्णिमा तिथि: पूरा दिन
शुभ योग मुहूर्त: प्रातः 07:06 से प्रातः 08:41 तक
अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:25 बजे से दोपहर 12:16 बजे तक
चर-लाभ-अमृत मुहूर्त: सुबह 11:50 से शाम 04:35 तक

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