Chaitra Navratri 2025 : नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. नवरात्रि के आठवें दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है. नौवां दिन मां दुर्गा के सिद्धिदात्री स्वरूप को समर्पित होता है. साथ ही इन दोनों तिथियों पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है.
कन्या पूजन का महत्व
नवरात्रि में कन्या पूजन का बहुत महत्व होता है, क्योंकि हिंदू मान्यताओं के अनुसार कन्याओं को मां दुर्गा का प्रतीक माना जाता है. ऐसे में कन्या पूजन मां दुर्गा के प्रति अपनी भक्ति और श्रद्धा व्यक्त करने का एक तरीका है.
ऐसी भी मान्यता है कि नवरात्रि के पावन काल में कन्याओं का पूजन करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं. इसके साथ ही कन्या पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
अष्टमी कन्या पूजन मुहूर्त
इस बार चैत्र नवरात्रि पर अष्टमी या महाअष्टमी 5 अप्रैल को मनाई जाएगी. इस दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहने वाला है-
कन्या पूजन मुहूर्त- सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:49 बजे तक
नवमी पर कन्या पूजन
06 अप्रैल 2025 नवरात्रि का नौवां दिन है। साथ ही इस दिन रामनवमी का पर्व भी मनाया जाएगा। ऐसे में इस दिन कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त-
कन्या पूजन मुहूर्त- सुबह 11:59 बजे से दोपहर 12:50 बजे तक
करें ये काम
कन्या पूजन के दिन कन्याओं को आदरपूर्वक अपने घर आमंत्रित करें, साथ ही लांगुरा (लड़के) को भी आमंत्रित करें। उनके पैर धोकर भक्ति भाव से उनका पूजन करने के बाद भोजन कराएं। अंत में उन्हें कुछ उपहार और दक्षिणा आदि देकर माता रानी का जयकारा लगाते हुए विदा करें। साथ ही नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि को माता रानी का ध्यान करते हुए उनके स्तुति मंत्र का जाप अवश्य करें। इससे आपको मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है –
दुर्गा स्तुति मंत्र –
“या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता।
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता।
या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।”