Prashant Kishors : प्रशांत किशोर ने अपनी बिहार बदलाव यात्रा के दौरान अरवल के कुर्था विधानसभा में आयोजित ‘बिहार बदलाव जनसभा’ में कहा कि एनडीए के बिहार बंद का कोई असर नहीं हुआ है और जनता ने तय कर लिया है कि नवंबर में लालू-नीतीश और मोदी से छुटकारा पाना है। उन्होंने तेजस्वी यादव के बयानों पर भी कटाक्ष किया और कहा कि तेजस्वी का भ्रष्टाचार और सुशासन पर बोलना शेर के शाकाहारी होने जैसा है।
प्रशांत किशोर का बयान
प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता भाजपा के बंद के साथ नहीं है और इसका कोई असर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि बिहार बंद के दौरान कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है और यही इन नेताओं का चरित्र है। उन्होंने कहा कि अब बिहार की जनता के पास एक विकल्प है और वे बदलाव चाहती हैं।
तेजस्वी यादव पर तंज
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के बयानों पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी खुद भ्रष्टाचार के प्रतीक रहे हैं और आज भी उनका चरित्र नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि अगर ये लोग सत्ता में आए तो फिर से लूटपाट, अपहरण और भ्रष्टाचार करेंगे। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जब भ्रष्टाचार और सुशासन की बात करते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे कोई शेर शाकाहारी होने की बात कर रहा हो।
उन्होंने सीएम नीतीश के डीएनए को लेकर प्रधानमंत्री पर तेजस्वी के तंज पर भी कहा कि डेढ़ साल पहले तक तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार को विकास पुरुष के रूप में देखते थे। अब अगर नीतीश कुमार उन्हें फिर से डिप्टी सीएम बना दें, तो वे फिर से उनके गुणगान करने लगेंगे।