New Railway Line : बरहरवा से भागलपुर तक 4879.63 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली तीसरी और चौथी नई रेल लाइन का डीपीआर रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। डीपीआर को रेलवे बोर्ड से जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद पर रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
डीपीआर को बोर्ड से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जमीन अधिग्रहण में 100 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है। 129-129 किमी यानी 258 किमी रेल लाइन बिछाई जाएगी। तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने के बाद इस रूट में चार लाइन हो जाएंगी। इससे पटरियों पर दबाव कम होगा और ट्रेनों का परिचालन भी सुगम होगा। यात्रियों को मिलेगी सुविधा इससे इस रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ सकती है।
जिससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इस रूट पर रोजाना 40-45 मालगाड़ियां चलती हैं। जिससे दबाव अधिक रहता है। दो और ट्रैक बिछाने के बाद नई रेल लाइन से मालगाड़ियों का परिचालन करने की योजना है। अगस्त-सितंबर में रेल लाइन बिछाने का काम शुरू करने की पहल की जा रही है।
तीसरी और चौथी रेल लाइन बनने से एक्सप्रेस, सुपरफास्ट और पैसेंजर ट्रेनों की स्पीड बढ़ जाएगी। वहीं हावड़ा, नॉर्थ-ईस्ट और अन्य जगहों के लिए नई ट्रेनों का प्रावधान भी किया जा सकेगा। तीसरी लाइन का उद्देश्य इस रेल खंड से अलग ट्रैक पर मालगाड़ियों का परिचालन करना है। इससे रेलवे का समय बचेगा। वर्तमान में पैसेंजर और मालगाड़ी दोनों का परिचालन एक ही ट्रैक पर होता है। लोड अधिक होने के कारण रेलवे को ट्रेनों को समय पर चलाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
नई ट्रैक पर होने वाले खर्च की भरपाई के लिए भी रेलवे को पैसा निकालना पड़ता है। गोड्डा-पीरपैंती नई रेल लाइन योजना वहीं गोड्डा-पीरपैंती नई रेल लाइन योजना के तहत महागामा और पीरपैंती के बीच बनने वाली रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में गोड्डा से महागामा और दूसरे चरण में महागामा से मेहरमा पीरपैंती तक रेल लाइन बिछाने का काम होगा।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। गोड्डा से महागामा तक 26 किलोमीटर, महागामा से मेहरमा तक 21 किलोमीटर और मेहरमा से पीरपैंती तक 10 किलोमीटर रेल लाइन बिछाई जाएगी। जमीन अधिग्रहण पर 282 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसमें पीरपैंती से मेहरमा तक पीरपैंती, मझरोही, परसबन्ना, फरीदपुर, रिफातपुर और प्यालापुर के पांच मौजा में जमीन अधिग्रहण किया जाएगा। जिस पर किसानों को 42 करोड़ रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जाएगा।
टेंडर कब जारी होगा? जमीन अधिग्रहण की 60 फीसदी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। 90 फीसदी काम पूरा होने के बाद टेंडर जारी किया जाएगा। सितंबर तक काम शुरू करने की योजना है। इस रेल लाइन के निर्माण के साथ ही तीसरा रूट तैयार हो जाएगा। बाढ़, दुर्घटना या अन्य आपातकालीन स्थिति में ट्रेनों का रूट डायवर्ट कर इस रूट पर परिचालन किया जा सकेगा। इससे आपातकालीन स्थिति में ट्रेनों के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
दूसरी ओर, बरहरवा-भागलपुर तीसरी व चौथी रेल लाइन और गोड्डा-पीरपैंती रेल लाइन बनने से ट्रेनों की संख्या में इजाफा होगा। रेल लाइनों का जाल बिछने से यात्री सुविधाओं में इजाफा होगा। इधर, 117 किलोमीटर सिंगल रेल लाइन भागलपुर-दुमका रेलखंड का दोहरीकरण होना है। दोहरीकरण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
90 फीसदी जमीन अधिग्रहण के बाद टेंडर होगा। भागलपुर और जमालपुर के बीच रेल लाइन का विस्तार कर यहां तीसरी लाइन बिछाई जाएगी। इस रेल लाइन को मंजूरी मिल चुकी है। 53 किलोमीटर रेल लाइन बिछाने में 1050 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है।
बरहरवा-भागलपुर तीसरी व चौथी रेल लाइन का डीपीआर रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद टेंडर होगा। गोड्डा-महागामा-पीरपैंती रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। 60 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण होने के बाद टेंडर जारी किया जाएगा। – हेमंत कुमार, उप मुख्य अभियंता, पूर्व रेलवे।