new-guidelines-for-leave-of-teachers : बिहार के स्कूलों में अब छोटे बच्चों को रंग-बिरंगे बेंच और डेस्क दिए जाएंगे। ये भी छोटे होंगे। यह योजना इसी साल से लागू होगी। एक से पांच तक के बच्चों को किताबों से पढ़ाया जाएगा। छठी क्लास से स्मार्ट बोर्ड पर पढ़ाई की सुविधा इसी साल से मिलने लगेगी। शिक्षा की बात हर शनिवार कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों से कहा कि वे शिकायत पोर्टल पर शिकायत करें।
कोई भी समस्या व्यक्तिगत मोबाइल नंबर पर भेजने के बजाय शिक्षक पोर्टल पर अपनी बात बताएं। विभाग के अन्य अधिकारी भी इस पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि लड़कियों के लिए सेनेटरी पैड खरीदने के लिए 300 रुपये दिए जाते हैं। अगर शिक्षक अपने काम को बोझ नहीं समझेंगे तो उन्हें बर्नआउट का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य भर के स्कूलों का रेवेन्यू रिकॉर्ड होगा।
स्कूलों में कितनी जमीन है, कितना अतिक्रमण है, इसका ब्योरा होगा। इसके लिए भू-संपत्ति और सहायक भू-संपत्ति पदाधिकारी बहाल किए जाएंगे, जो रेवेन्यू रिकॉर्ड का रखरखाव करेंगे। शिक्षकों की छुट्टी के लिए गाइडलाइन तैयार कर ली गई है। शिक्षकों की सीएल छुट्टी एक दिन में स्वीकृत होगी। अन्य छुट्टियां डीईओ अधिकतम सात दिनों में स्वीकृत करेंगे। ऐसा नहीं करने पर स्वतः स्वीकृत हो जाएंगी। शिक्षकों को छुट्टी के लिए ई-शिक्षा कोष पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। शिक्षकों को वेतन मिलने के बाद ही डीईओ कार्यालय के कर्मचारियों को वेतन मिलेगा। अगले सप्ताह तक दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।