Manrega Photo Uploads : मनरेगा में अब दोपहर की फोटो अपलोड अनिवार्य.

Manrega Photo Uploads : मनरेगा और श्रमिकों की फोटो अपलोड करने में होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए अब नियमित रूप से दोपहर में भी फोटो अपलोड किए जाएँगे। इस योजना में एनएमएमएस ऐप में सुबह के सत्र के साथ दो घंटे की फोटो दर्ज करने का प्रावधान है। यदि एनएमएमएस ऐप के माध्यम से सुबह और दोपहर दोनों सत्रों की फोटो प्रतिदिन अपलोड नहीं की जाती है, तो श्रमिकों का वेतन तैयार करना संभव नहीं होगा।

इस संबंध में सभी संबंधित अधिकारियों और कर्मियों को दोनों सत्रों की फोटो अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के निर्देश पर राज्य स्तर पर निर्णय लिया गया है कि जिला और ब्लॉक स्तर पर मौजूदा कर्मचारियों के साथ एनएमएमएस निगरानी प्रकोष्ठों का गठन किया जाएगा, जो एनएमएमएस के माध्यम से अपलोड की गई फोटो की दैनिक जाँच, फोटो सत्यापन और विसंगतियों की सूचना देने के लिए जिम्मेदार होंगे।

सरकार ने एनएमएमएस के दुरुपयोग से संबंधित मामलों को अत्यंत गंभीरता से लेने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, अपलोड की गई फोटो से संबंधित जाँच रिपोर्ट प्रतिदिन राज्य के साथ साझा करना अनिवार्य कर दिया गया है।

तीन स्तरों पर होगी निगरानी
पंचायत स्तर पर, अधिकारियों द्वारा अपलोड की गई सभी तस्वीरों और उपस्थिति का शत-प्रतिशत सत्यापन किया जाएगा। प्रखंड स्तर पर, कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड स्तरीय स्थायी कर्मी और प्रखंड स्तरीय संविदा कर्मी दो सौ तस्वीरों या अपलोड की गई तस्वीरों के 20 प्रतिशत, जो भी कम हो, की रैंडम जाँच करेंगे।

जिला स्तर पर, जिला कार्यक्रम समन्वयक द्वारा 30 तस्वीरों की जाँच की जानी है। बताया गया है कि स्थायी कर्मी दिन में 100 तस्वीरों या अपलोड की गई तस्वीरों के 10 प्रतिशत और जिला स्तरीय संविदा कर्मी 200 तस्वीरों या अपलोड की गई तस्वीरों के 10 प्रतिशत, जो भी कम हो, की जाँच करेंगे।

फर्जी तस्वीरें अपलोड करने के कई मामले सामने आ चुके हैं
इस तरह का मामला चनपटिया प्रखंड का है। जहाँ प्राथमिक विद्यालय मिश्रौली में मिट्टी भराई का काम किया गया है, वहीं एनएमएमएस ऐप पर अपलोड की गई तस्वीर उपक्रमित मध्य विद्यालय सिसवनिया की है।

Leave a Comment