Bihar Land Survey : विशेष जिला भूमि सर्वेक्षण (बिहार भूमि सर्वेक्षण 2025) पर प्रपत्र-2 में स्वघोषणा पत्र जमा करने की तिथि 31 मार्च तक निर्धारित की गई है, लेकिन किसानों की सुविधा के लिए भूमि की जानकारी जमा करने की अंतिम तिथि अभी निर्धारित नहीं की गई है। ऐसी स्थिति में भी किरायेदारों को आवश्यक दस्तावेज जमा कराने होते हैं।
मिट्टी की जानकारी ऑनलाइन और ऑफलाइन फॉर्म-2 में एकत्र की गई। अब तक मात्र 3,74,831 रैयतों ने ही यह जानकारी उपलब्ध करायी है, जबकि जिले में रैयतों की कुल संख्या 10 लाख से अधिक है। काश्तकारों की सुविधा के लिए विभाग ने ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से स्व-घोषणा पत्र उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।
दूसरे चरण में किए जा रहे विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत 2,70,615 रैयतों ने कार्यालय में जाकर ऑफलाइन स्वघोषणा पत्र जमा किया, जबकि 1,04,216 रैयतों ने ऑनलाइन आवेदन किया।
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने सभी रैयतों से जल्द से जल्द स्वघोषणा पत्र जमा करने को कहा है, ताकि उनकी जमीन को विशेष भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया में शामिल किया जा सके।
सत्यापन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी
आवास अधिकारी ने बताया कि स्व-घोषणा फार्मों के सत्यापन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके तहत किसी भी तरह की अनियमितता को रोकने के लिए भूमि का भौतिक निरीक्षण और पुष्टि की जाती है। जिला भू-सर्वेक्षण के तहत 18 में से 17 अंचलों के 1507 गांवों में भू-सर्वेक्षण किया जाएगा।
प्रथम चरण के तहत चार अंचलों चनपटिया, मझौलिया, नौतन एवं लौरिया के 281 गांवों (मौजा) में सर्वेक्षण पूरा हो चुका है।
दूसरे चरण में 13 अंचलों नरकटियागंज, सिकटा, मैनाटन, गौनाहा, बैरिया, योगापट्टी, बगहा-1, बगहा-2, रामनगर, मधुबनी, पिपरासी, ठकराहा एवं भितहां में भूमि सर्वेक्षण कराया जायेगा. यह सर्वेक्षण इन क्षेत्रों के 1170 गांवों (मौजों) में किया गया है।
31 मार्च तक 79 हजार किसानों ने जमा किए थे स्वघोषणा पत्र
31 मार्च तक जिले में मात्र 79,110 काश्तकारों ने ही अपनी जमीन के बारे में फॉर्म 2 में स्वघोषणा पत्र जमा कराया था। पिछले दो सप्ताह में स्वघोषणा पत्र जमा कराने वाले काश्तकारों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।





