FASTag : आम सड़क यात्रियों को महंगे टोल टैक्स से राहत दिलाने वाली केंद्र सरकार की वार्षिक फास्टैग पास योजना ने महज चार दिनों के भीतर (18 अगस्त तक) पांच लाख से अधिक ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया है। इसे 15 अगस्त, 2025 को लॉन्च किया गया था। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फास्टैग पास खरीदने के मामले में तमिलनाडु सबसे आगे रहा है, दूसरे स्थान पर कर्नाटक और तीसरे स्थान पर हरियाणा है। इसके अलावा उक्त राज्यों में टोल प्लाजा पर सबसे अधिक टोल टैक्स का भुगतान भी इसी पास के जरिए किया गया।
उधर, एनएचएआई के हाईवे यात्रा ऐप ने भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर ओवरऑल रैंकिंग में 23वें स्थान पर पहुंच गया है और यात्रा श्रेणी में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस ऐप को 15 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है और इसकी रेटिंग 4.5 स्टार पर पहुंच गई है। फास्टैग पास लॉन्च होने के बाद से यह ऐप सरकारी ऐप्स की सूची में शीर्ष स्थान पर आ गया है। वार्षिक पास दो घंटे में सक्रिय हो जाता है
फास्टैग वार्षिक पास राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं के लिए यात्रा को आसान और किफायती बनाने के लिए शुरू किया गया है। 15 अगस्त, 2025 से शुरू होने वाला यह पास एक वर्ष या 200 टोल प्लाजा पार करने के लिए वैध है। इसका एकमुश्त शुल्क केवल 3,000 रुपये है।
यह पास उन सभी गैर-व्यावसायिक वाहनों के लिए है जिनके पास वैध फास्टैग है। इसे बार-बार रिचार्ज करने की आवश्यकता नहीं है। आप हाईवे यात्रा ऐप या NHAI वेबसाइट से एक बार शुल्क का भुगतान करके इसे प्राप्त कर सकते हैं और यह दो घंटे के भीतर सक्रिय हो जाता है। वर्तमान में देश भर में लगभग 1,150 टोल प्लाजा हैं, यह सभी पर मान्य है।





