Bihar Education Department : बिहार शिक्षा विभाग इस महीने 40 हजार महिला शिक्षकों का तबादला करेगा। ये तबादले लॉन्ग डिस्टेंस के आधार पर किए जाएंगे। हालांकि, पुरुष शिक्षकों को अभी इंतजार करना होगा। इनसे पहले तीसरे चरण में नियुक्त प्रधानाध्यापक, हेडमास्टर और शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी। वहीं, जहानाबाद में 25 शिक्षकों का वेतन रोक दिया गया है, क्योंकि उनके कागजात पूरे नहीं थे। शिक्षक नेताओं ने सरकार पर वेतन में देरी का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, तारडीह गोट में शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हो गया है। इसमें शिक्षकों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में जानकारी दी जाएगी।
40 हजार महिला शिक्षकों का होगा तबादला
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के मुताबिक, लॉन्ग डिस्टेंस के आधार पर आवेदन करने वाली 40 हजार महिला शिक्षकों का इस महीने तबादला किया जाएगा। पुरुष शिक्षकों को अभी इंतजार करना होगा। इनसे पहले तीसरे चरण में नियुक्त प्रधानाध्यापक, हेडमास्टर और शिक्षकों की पोस्टिंग की जाएगी।
पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
इसी समय, तारडीह गोट के उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों के लिए पांच दिवसीय प्रशिक्षण शुरू हो गया। यह प्रशिक्षण विद्यालय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत है। इसमें हाई और मिडिल स्कूल के शिक्षक भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। प्रशिक्षण लेने के बाद शिक्षक अपने-अपने विद्यालयों में जाकर बच्चों को स्वास्थ्य और स्वच्छता की जानकारी देंगे। इससे बच्चे स्वस्थ और तंदुरुस्त रहेंगे। लेखापाल विजय भगत ने बताया कि प्रशिक्षण में बच्चों में होने वाले शारीरिक बदलाव की भी जानकारी दी जाएगी।
जहानाबाद में 25 शिक्षकों पर कार्रवाई
जहानाबाद में 25 शिक्षक कार्रवाई के दायरे में आए हैं। इनका वेतन रोक दिया गया है। दरअसल, पिछले साल दक्षता परीक्षा को लेकर शिक्षकों की काउंसलिंग की गई थी। काउंसलिंग में कई शिक्षकों के दस्तावेज पूरे नहीं थे। मुख्य रूप से शिक्षकों का प्राण कार्ड उपलब्ध नहीं था। इसलिए विभागीय स्तर पर जांच शुरू की गई। जांच में 25 शिक्षकों की पहचान की गई है। डीपीओ दिनेश पासवान ने बताया कि कार्रवाई के तहत फिलहाल वेतन रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी विभाग में प्राण नंबर का मिलान नहीं होना गंभीर मामला है। इसकी गहन जांच की जाएगी। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
वेतन भुगतान में देरी
शिक्षक नेताओं ने सरकार पर वेतन भुगतान में देरी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिछले चार दिनों से एचआरएमएस में तकनीकी खराबी आ रही है। कार्यालय कर्मी इसी खराबी का हवाला दे रहे हैं। शिक्षक नेताओं का आरोप है कि सरकार होली और रमजान जैसे त्योहारों पर भी शिक्षकों को वेतन नहीं देना चाहती है। वेतन नहीं मिलने से शिक्षकों में भुखमरी की स्थिति है। वे अपना इलाज भी नहीं करा पा रहे हैं। शिक्षक करो या मरो की स्थिति में हैं। संघ सरकार से मांग करता है कि दो दिनों के अंदर शिक्षकों का वेतन सुनिश्चित किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो शिक्षक सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।





